बच्चे के बोलने के विकास को बढ़ावा देने के लिए 11 आसान तरीके

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बच्चे के बोलने के विकास को बढ़ावा देने में माता-पिता तथा घर के माहौल का बहुत बड़ा योगदान रहता हैं। बच्चे के भाषा विकास उसके समग्र विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बच्चे को बोलना सिखाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है, लेकिन इसे मजेदार और आसान बनाने के लिए कुछ तरीके हैं, जिनसे आप अपने बच्चे के भाषा विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि आप अपने बच्चे को बोलना सिखाने के लिए 11 आसान तरीके कौन से हैं, जो उसके बोलने के कौशल को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

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बच्चे के बोलने की उम्र क्या हैं:

आज हर माता-पिता की यही चाहत रहती हैं की हमारा बच्चा चतुर-चालाक हो तथा उसका विकास बहुत तीव्र गति से हो, जिसके लिए यह जानने के हमेशा उत्साहित रहते हैं की हमारा बच्चा कब से बोलना शुरू करेगा। इसके साथ साथ बच्चे के शारीरिक, बौद्धिक विकास को बढ़ावा कैसे दें। बच्चे के भाषा का विकास निम्नलिखित तौर पे होता हैं।

1. जन्म से 3 माह तक बच्चे के भाषा का विकास:

बाल रोग विशेषज्ञ के अनुसार बच्चे की बोलने और सुनने की क्षमता माँ के पेट में ही शुरू हो जाती हैं। जबकि बच्चे के जन्म के बाद शुरू के तीन महीने में अपने माता-पिता के भाषा को पहचानने लगता हैं। लेकिन, बच्चा किसी भी तेज आवाज से डर जाता है, तथा चिल्लाने लगता हैं।

2. 3 से 6 माह तक बच्चे के भाषा का विकास:

अधिकतर 6 माह तक के उम्र के बच्चे किसी भी आवाज जैसे फोन के रिंग की आवाज म्यूजिक तथा माता-पिता की आवाज को अच्छे से पहचानने लगते हैं। इसके साथ-साथ थोड़ा बहुत खुश होते हैं तथा आवाज निकालने की भी की कोशिश करते हैं।

3. 6 से 12 माह तक के बच्चे का भाषा का विकास:

इस उम्र के पड़ाव तक कुछ बच्चे दो शब्द की भाषा को समझने लगते हैं, जैसे मामा, काका, दादा, नाना आदि। जबकि, बच्चा गूँ -गूँ … मा-मा… क-क… आदि एक शब्द को निकालने की कोशिश करने लगता हैं। यह बच्चे के जीवन का पहला चरण होता हैं जब से बच्चा भाष को सीखने का प्रयास करता हैं।

4. 12 से 16 माह तक के बच्चों के भाषा का विकास:

16 माह तक के बच्चे 2 शब्दों को जोड़ कर बोलने का प्रयास करते हैं जैसे: रथ, पर, चढ़, उठ, हट, मत, कर आदि। इस उम्र मे बच्चे के अंदर सीखने की ललक ज्यादा रहती हैं, बच्चे के माता-पिता जितना बातें करेंगे बच्चा वैसे ही बच्चा भाषा का विकास करेगा।

5. 16 से 2 वर्ष तक के बच्चे के भाषा का विकास:

इस उम्र के दौरान बच्चा कहानियाँ को सुनना तथा कुछ शब्दों को बोलना शुरू कर देता हैं, जैसे: आ जा, सो जा, खा लें, पी लें आदि। आप बच्चे को किताब दिखा कर 3 अक्षर के नाम वाले वाक्य को पूछ सकते हैं। 2 वर्ष तक के अधिकतर बच्चे 2 से 3 शब्दों को आसानी से जोड़ कर बोल सकते हैं।

6. 2 से 3 वर्ष के बच्चे को बोलना कैसे सीखाये:

अगर आप बच्चे के साथ अधिक बातचीत कर रहे हैं तो 3 साल तक के बच्चे को भाषा का बहुत अधिक ज्ञान हो जाता हैं। जबकि इस उम्र के बच्चे आँगनबाड़ी तथा प्ले स्कूल में भी जाना शुरू कर देते हैं। इसके साथ-साथ बच्चा 4 से 5 शब्द का वाक्य भी बोलना शुरू कर सकता हैं।

7. 3 से 4 वर्ष के बच्चे का भाषा का विकास:

इस उम्र मे बच्चे को कविता, कहानियाँ, नाटक, गीत को याद रखने की क्षमता विकसित हो जाती हैं। इसके साथ-साथ बच्चा अपने माता-पिता, भाई-बहन और दोस्तों के साथ बातें करने की कला को सीख लेता हैं।

8. 4 से 5 वर्ष के बच्चे का भाषा का विकास:

इस उम्र में बच्चा अपनी मातृभाषा को अच्छी तरह से सीख चुका हुआ होता हैं। क्योंकि, बच्चा जिस परिवेश में जन्म लेता हैं वहाँ के संस्कार तथा भाषा को 5 वर्ष के अंदर सीख सकता हैं।

ध्यान दें: अगर आप का बच्चा 5 वर्ष तक भाषा बोलने मे असहज महसूस कर रहा हैं या फिर बिल्कुल नहीं बोल पा रहा हैं तो आप को बच्चे की भाषा उपचार के लिए किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये। डॉक्टर आप के बच्चे की भाषा की समस्या को समझ कर उपचार के लिए प्रेरित करेगा।

बच्चे को बोलना सीखने के तरीके:

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अपने बच्चे के भाषा के जल्द विकास के लिए सोच रहें हैं तो आपको बच्चे के साथ मिलकर इस विकासात्मक मील के पत्थर को आसानी से छू सकते हैं। जिसके लिए आप को सिर्फ अपने बच्चे से ज्यादा से ज्यादा बातचीत करने की जरूरत हैं। क्योंकि, हर बच्चा अपनी गति से विकसित होता है।

लेकिन आमतौर पर बच्चे 12 से 18 महीने की उम्र तक अपने पहले शब्दों को बोलना शुरू कर देते हैं। जबकि, 24 महीने तक, अधिकांश बच्चे कम से कम 50 शब्द बोलने में सक्षम होते हैं। यहाँ पर कुछ तौर-तारिके हैं जो आप के बच्चे के भाषा के विकास मे बहुत मदद करेगा जोकि निम्नलिखित हैं।

1. बच्चे के साथ बातचीत करें:

बच्चे के साथ बातचीत करना उसके भाषा विकास के लिए सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। आप अपने बच्चे के साथ उसकी रुचियों, भावनाओं, विचारों और अनुभवों के बारे में बात कर सकते हैं। आप उसे नए शब्दों, वाक्यों और अभिव्यक्ति का उपयोग करना सिखा सकते हैं।

2. बच्चे को गाने, कविताएं और कहानियां सुनाएं:

बच्चे को गाने, कविताएं और कहानियां सुनाना भी उसके भाषा विकास के लिए एक मजेदार और आसान तरीका है। गाने, कविताएं और कहानियां बच्चे को नए शब्दों, ध्वनियों, लयों, रीमों और अर्थों को सीखने में मदद करती हैं। ये उसकी श्रवण, बोलने, पढ़ने और लिखने की कौशलों को भी विकसित करती हैं। आप अपने बच्चे को रोजाना अलग-अलग गाने, कविताएं और कहानियां सुना सकते हैं और उससे उनके बारे में पूछ सकते हैं।

3. बच्चे को खेल-खेल में भाषा सीखाएं:

बच्चे को खेल-खेल में भाषा सीखाना भी उसके भाषा विकास के लिए एक आसान और प्रभावी तरीका है। आप अपने बच्चे के साथ ऐसे खेल खेल सकते हैं, जो उसे शब्दों, वाक्यों, अर्थों और नियमों को सीखने में मदद करें। आप अपने बच्चे के साथ ऐसे खेल खेल सकते हैं, जैसे:

शब्दों का जोड़ा: इस खेल में, आप अपने बच्चे को दो शब्द देंगे, जो एक दूसरे से रीम करते हैं, जैसे कि “बिल्ली-चिल्ली”, “घर-दर”, “आसमान-पान” आदि। फिर आप उससे एक और शब्द बताएंगे, जो उनमें से किसी एक से रीम करता है, जैसे कि “बिल्ली-चिल्ली-गिल्ली”। आप उसे पूछेंगे कि वह शब्द कौन सा है, जो रीम करता है। इस तरह, आप उसे नए शब्दों और रीम का बोध कराएंगे।
शब्दों का खजाना: इस खेल में, आप अपने बच्चे को एक शब्द देंगे, जैसे कि “फूल”। फिर आप उससे संबंधित और जितने भी शब्द याद आएं, उन्हें बताने को कहेंगे। जैसे कि “फूल-गुलदस्ता, फूल-खुशबू, फूल-कांटा, फूल-गुलाब, फूल-कमल” आदि। इस तरह, आप उसे शब्दों के अर्थ, वर्गीकरण और समानता का बोध कराएंगे।
शब्दों का अनुक्रम: इस खेल में, आप अपने बच्चे को कुछ शब्द देंगे, जो एक विशेष वर्ग, विषय या वातावरण से संबंधित हों, जैसे कि “दिन, रात, सूरज, चाँद, तारे”। फिर आप उससे उन शब्दों को एक निश्चित क्रम में लगाने को कहेंगे, जैसे कि “दिन, सूरज, रात, चाँद, तारे”। इस तरह, आप उसे शब्दों के बीच संबंध, क्रम और तर्क का बोध कराएंगे।

4. बच्चे को नामकरण करने दें:

बच्चे को अपने आस-पास की चीजों, जानवरों, को नाम देने देना भी उसके भाषा विकास के लिए एक आसान और रोचक तरीका है। आप अपने बच्चे को अपनी पसंद के अनुसार कोई भी नाम देने की आजादी दें, चाहे वह असली हो या काल्पनिक।

5. बच्चे को अपनी भाषा में बोलने का मौका दें:

बच्चे को अपनी भाषा में बोलने का मौका देना भी उसके भाषा विकास के लिए एक आसान और महत्वपूर्ण तरीका है। आप अपने बच्चे को अपने परिवार, दोस्तों, पड़ोसियों, शिक्षकों या अन्य लोगों के साथ अपनी भाषा में बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित करें।

आप उसे अपनी भाषा में अपने विचार, भावनाएं, इच्छाएं, शिकायतें, प्रश्न या जवाब व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें। आप उसे अपनी भाषा में गाने, कविताएं, कहानियां या नाटक बनाने या निभाने के लिए प्रोत्साहित करें। इस तरह, आप उसे अपनी भाषा के प्रयोग, अभिव्यक्ति और संवाद का बोध कराएंगे।

6. बच्चे को अन्य बच्चों के साथ बात करने के लिए प्रोत्साहित करें:

अन्य बच्चों के साथ बात करना आपके बच्चे के बोलने के विकास को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है। अपने बच्चे को अन्य बच्चों के साथ खेलने और बात करने के लिए प्रोत्साहित करें।

7. बच्चे को शब्दों के विपरीत और पर्यायवाची सिखाएं:

बच्चे को शब्दों के विपरीत और पर्यायवाची सिखाना भी उसके भाषा विकास के लिए एक आसान और उपयोगी तरीका है। आप अपने बच्चे को ऐसे शब्द बता सकते हैं, जो एक दूसरे के विपरीत हों, जैसे कि “ऊपर-नीचे, अंदर-बाहर, अच्छा-बुरा, दिन-रात” आदि।

आप अपने बच्चे को ऐसे शब्द बता सकते हैं, जो एक ही अर्थ के हों, जैसे कि “बाल-केश, आँख-नेत्र, घर-निवास, दोस्त-मित्र” आदि। आप उससे उन शब्दों का अर्थ, उदाहरण और वाक्य बनाने को कहेंगे। इस तरह, आप उसे शब्दों के समान अर्थ का बोध कराएंगे।

8. बच्चे की गलतियों को न सुधारें। 

बच्चे गलतियाँ करते हुए सीखते हैं। जब आप अपने बच्चे की गलतियों को सुधारते हैं, तो यह उन्हें डर लगता है और वे सीखना बंद कर सकते हैं।

9. बच्चे की प्रगति की सराहना करें:

जब आप अपने बच्चे की प्रगति की सराहना करते हैं, तो यह उन्हें प्रोत्साहित करता है और वे और अधिक सीखने के लिए उत्साहित होते हैं।

10. बच्चे को नए शब्द सिखाएं:

जब आप अपने बच्चे के साथ बात करते हैं, तो नए शब्दों का प्रयोग करें। आप अपने बच्चे को नए शब्दों का अर्थ बता सकते हैं, या आप उसे उन शब्दों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।

11. एक अच्छा रोल मॉडल बनें:

बच्चे अपने माता-पिता और देखभाल करने वालों का अनुकरण करके भाषा सीखते हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप उच्च गुणवत्ता वाली भाषा का उपयोग करें।

इन 11 आसान तरीकों का उपयोग करके, आप अपने बच्चे के भाषा विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। आप अपने बच्चे को शब्दों की दुनिया में ले जा सकते हैं, जहां वह नए शब्दों, अर्थों, रचनाओं, अभिव्यक्तियों, विचारों, भावनाओं, अनुभवों और संभावनाओं से परिचित हो सकता है।

बच्चे को भाषा सीखाने के लिए जरूरी टिप्स:

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बच्चे को भाषा सीखाने के लिए कुछ बातों का ध्यान देना अति आवश्यक हैं, जोकि निम्नलिखित हैं।

शब्दों पर जोर दें: जब आप अपने बच्चे को भाषा सीखा रहे होते हैं, उस समय शब्दों को जोड़कर तथा छोटा-छोटा शब्द बोले। ध्यान रहें आपकी आवाज न ज्यादा धीरे हो न ज्यादा तेज हो।
बच्चे पर गुस्सा न करें: अगर बच्चा आप के साथ या आप के शब्दों को दोहरा नहीं रहा हैं तो उस पर गुस्सा न करें। उसके साथ प्यार से बातें करें।
साफ शब्दों में बातें करें: जब भी अपने बच्चे के साथ बात कर रहें हो साफ शब्दों मे उच्चारण करें तोतली आवाज में बच्चें के साथ बात न करें। जिसका बुरा असर बच्चे पर पड़ सकता हैं।
बीते हुए दिन की सीख को याद दिलाये: आप अपने बच्चे को आज जो कुछ भाषा का ज्ञान दें रहें हैं उसे अगले दिन याद कराने की कोशिश करें। ऐसा करने से बच्चे की बौद्धिक क्षमता का विकास तीव्र गति के साथ होगा।
बच्चे के साथ बोले: बच्चा जो भी शब्द बोल रहा हैं उसके साथ-साथ आप भी बोलने का प्रयास करें।
धैर्य रखें: बच्चे के भाषा का विकास धीरे-धीरे होता हैं जिसके लिए आप को धैर्य रखना पड़ेगा।

बच्चा नहीं बोल रहा हैं तो क्या करें:

अगर आप के भरपूर कोशिशों के बावजूद आप का बच्चा बोलने में असमर्थ हैं, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जिससे समय रहते इसका उपचार कर लिया जाये। ऐसे में बच्चे के न बोलने के कुछ और कारण भी हो सकते हैं, जैसे: ध्यान न देना, बहरा, गूंगा, या मानसिक रूप से ठीक न होना आदि। जिसे डॉक्टर अपने अनुसार परीक्षण करके ठीक करने की कोशिश कर सकता हैं ।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)

निष्कर्ष: 

बच्चों के लिए बोलना सीखना एक जादुई यात्रा है, और हम माता-पिता के रूप में इस यात्रा में उनके सहयोगी बन सकते हैं। हर बच्चा अलग गति से बोलना सीखता है, और इसलिए हमें धैर्य और सकारात्मक रहना होगा ऊपर बताए गए 11 आसान तरीके आपके बच्चे के बोलने के विकास को सहजता से बढ़ावा देने में मदद करेंगे। याद रखें, बातचीत करना, पढ़ना, खेलना और प्यार करना ही बच्चे के शब्दों को खिलने का सबसे अच्छा नुस्खा है। आशा है कि ये आसान तरीके आपको बच्चे के बोलने के विकास में सहायक होंगे और आप एक सुखद पैरेंटिंग यात्रा का आनंद लेंगे।

Sources of content

1. Milestone Moments (cdc.gov)

2. How Do Children Learn Language? (verywellfamily.com)

3. Language development in children: 0-8 years (raisingchildren.net.au)

4. Speech and Language Development (peacehealth.org)

5. Language Development: A Teachers Guide (structural-learning.com)

6. Speech development in children (healthdirect.gov.au)

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Last Reviewed: 01 May 2024

Next Review: 01 May 2025

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